परसा झुमरै कोइली गावय,
पुरवईया संग,दाई के अगोरा मा।
नवा बछर ह झुम के नाचय,
सेउक माते ,नवरात्रि के जोरा मा।।
लाली धजा संग देव मनावय,
भैरो बाबा , गाँव के चौंरा-चौंरा मा।।
बईगा बबा ह भूत भगावय,
मार के सोंटा,डोरा मा।।
सातो बहिनीया आशीस लुटावय,
बइठे दाई तोर कोरा मा।।
बीर बजरंगी फूलवा सजावय,
महतारी तोर अगोरा मा।।
राम कुमार साहू
सिल्हाटी, कबीरधाम
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जय माता दी
बहुत सुरघर
सर जी